What is Gaganyan गगनयान क्या है

What is Gaganyan गगनयान क्या है क्यों किया जा रहा है लांच ?

गगनयानGaganyan के बारे में संक्षिप्त जानकारी –

अन्तरिक्ष में भारत के पहले मानव मिशन गगनयान Gaganyan को जल्द ही लांच किया जा रहा है गगनयान मिशन पर जाने वाले सभी अन्तरिक्ष यात्रियों के नाम आज सामने आ गए है |

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विक्रम सारा भाई (VSSC) में आयोजित इन सभी नामो की घोषणा की |

इनमे कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर , अंगद प्रताप ,अजीत बालकृष्णन और विंग कमांडर शुभान्शु शुक्ला शामिल है |

वर्तमान में ये सभी कठोर प्रसिक्षण ले रहे है | Gaganyanभारत का अन्तरिक्ष में मानव मिशन इस साल के अंत तक या अगले साल लंच हो सकता है या भारत का अति महत्वाकांक्षी मिशन है |

गगनयानGaganyan मिशन पर जाने वाले इन सभी यात्रियों से प्रधानमंत्री मोदी स्वयं मिले और साथ में ये भी कहा की ये केवल चार अन्तरिक्ष यात्री नहीं बल्कि 150 करोड़ भारतीयों की आशा व उम्मीद है |

भारतीय लोगो के सपनो को अन्तरिक्ष में ले जाने वाली शक्तियां है |

क्यों किया जा रहा हैGaganyanलांच ?

उन्होंने इसGaganyan मिशन पर जोर देते हुए कहा की 40 सालो बाद कोई भारतीय अन्तरिक्ष यात्रा पर जाने वाला है |

मोदी जी ने कहा -इस बार समय भी हमारा होगा ,काउंटडाउन भी हमारा होगा और रॉकेट भी हमारा ही होगा |

चन्द्रयान को चन्द्रमाँ के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले देशो की पंक्ति में हमने  पहले देश की उपलब्धि हाशिल की है और उस पॉइंट शिवशक्ति का जिक्र करते हुए पूरी दुनिया को अपने सामर्थ्य से परिचित कराने वाले देशो के साथ हमने कदम मिलाये है |

अब विक्रम सारा भाई स्पेस सेंटर से हम सभी एक बार फिर एतिहासिक उपलब्धि के साक्षी बनने जा रहे है |उन्होंने कहा की २०३५ तक भारत का अन्तरिक्ष में अपना स्पेस स्टेशन होगा |

प्रधानमंत्री मोदी जी इस बात का भी जिक्र किया की गगनयानGaganyan में उपयोग होने वाले ज्यादातर उपकरण भारत में ही बनाये जायेगे और जोकि यह अन्तरिक्ष अनुसन्धान में देश की आत्मनिर्भरता को रेखांकित करता है |

यह भी बड़ा सयोग है की जब भारत दुनिया की तीन बड़ी आर्थिक शक्तियों में शामिल होने की तरफ अग्रसर  है तो ऐसे में गगनयानGaganyan भारत को एक नई उचाई देने के लिए प्रतिबद्ध होगा उन्होंने इसरो की टीम से कहा की आप सब मिलकर भविष्य की नई संभावनाओ के द्वार को खोल रहे है और यह भी कहा की अनुमानित  तौर पर भारत की अन्तरिक्ष अर्थव्यवस्था पांच गुना बढ़ जाएगी जो बढ़कर लगभग 44 अरब डालर तक पहुच जाएगी |

प्रधानमंत्री जी ने यह भी कहा की भारत अन्तरिक्ष क्षेत्र में वैश्विक केंद्र बन रहा है और आने वाले दिनों में हम एक बार फिर चन्द्रमा पर जायेगे और वह से और अधिक नमूने इकठ्ठा करेगे | और एक भारतीय अन्तरिक्ष यात्री भारतीय रॉकेट से चन्द्रमा पर उतरेगा और इसके बाद प्रधानमंत्री जी ने अन्तरिक्ष यात्रियों की प्रशिक्षण के प्रति समर्पण की सराहना की जिसमे योग का अभ्यास  भी शामिल है|

उन्होंने कहा की आप सभी अन्तरिक्ष यात्री भारत का गौरव है |

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी (VSSC) के लिए अपनी यात्रा के दौरान लगभग 2 बिलियन डालर की तीन प्रमुख परियोजनाओ का उद्घाटन कर चुके है |इनमे श्री हरी कोटा के सतीश धवन अन्तरिक्ष केंद्र में SLV एकीकरण सुविधा , महेंद्र गिरी में इसरो प्रोपल्शन काम्प्लेस में नई सेमी -क्र्योजेनिक इंटिग्रेटेड इंजन और टेस्ट सुविधा और VSSC तिरुवंतपुरम में ट्राई सोनिक विंड टनल शामिल है |

प्रधानमंत्री मोदी जी ने देश में महिला शाश्क्ति करण के लिए महिलाओ की भूमिका पर खास तौर पर जोर दिया उन्होंने कहा की इसरो में 500 से अधिक महिलाये काम करती है जो की किसी भी मिशन के नेतृत्व करने का भी दमखम रखती है उन्होंने कहा की आज भारत के लिए ऐसा अवसर है की भारत की नई पीढ़ी जल थल अम्बर में राष्ट्र की उपलब्धियों को पंहुचा रही है जिससे देश को उनपर गर्व हो रहा है |

उन्होंने अयोध्या का जिक्र करते हुए कहा की आज भारत वैश्विक पटल पर बहुत ज्यादा विस्तार कर रहा है इसकी एक झलक देश की अन्तरिक्ष कार्यक्रम में देखी जा सकती है |प्रधानमंत्री ने कहा की इसरो द्वारा प्राप्त सफलता छोटे-छोटे बच्चो में भी बड़े होकर वैज्ञानिक बनने का जज्बा व विचार पैदा कर रही है |

उन्होंने कहा की चन्द्र यान 2 के लैंडिंग के समय भारत के हर छोटे व बड़े बच्चे को बहुत ही सीखने को मिला और चन्द्र यान 3 की सफल लैंडिंग ने पूरे देश के सभी वर्ग बच्चे बूड़े और जवानो में एक नयी उर्जा का संचार किया | उन्होंने इसरो के द्वारा बनाये गए सभी रिकार्डो  का भी  जिक्र किया उन्होंने कहा की हम  प्रथम प्रयास में ही मंगल गृह तक हम पहुच गए है और एक ही मिशन में 100 से अधिक उपग्रह लंच करने और प्रथ्वी की कक्षा से 15 लाख किलोमीटर दूर आदित्य L-1 को सौर मंडल में सफलता पूर्वक स्थापित किया |

प्रधानमंत्री जी ने कहा  बहुत कम देशो को ही ये उपलब्धिया हाशिल होती है | हमें और हमारे देशवासियों को इसरो के सभी वैज्ञानिको पर गर्व है |

वन्देमातरम

इस ब्लाग को पढने के लिए आप सभी मित्रो का बहुत बहुत धन्यवाद |

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